RBI Floating Rate Savings Bonds – भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा जारी किया गया एक ऐसा बांड जिसमें बाकी सब सरकारी सेविंग स्कीम से अधिक रिटर्न मिलता है और यह काफी सुरक्षित भी है।
अगर आप अपने इन्वेस्टमेंट में डायवर्सिफिकेशन चाहते हैं तब आपको इन फ्लोटिंग रेट बांड्स पर ध्यान देना चाहिए |
इस सेविंग स्कीम को सबसे पहले जून 2020 में शुरू किया गया था और उसके बाद इस स्कीम में लोगों ने काफी रुचि दिखाई इसलिए अभी भी चल रही है।
2020 में शुरू होने के कारण आज भी इस स्कीम को Floating Rate Savings Bond, 2020 (Taxable) कहा जाता है |
आज के इस लेख में हम बात करेंगे आरबीआई के फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स की और जानेंगे इसके बारे में सब कुछ जो आपको इसमें investment करने में सहायक होगा।
RBI Floating Rate Savings Bonds क्या हैं?
फ्लोटिंग रेट बांड रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के द्वारा जारी किया जाता है।
इसे floating rate bond इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसमें ब्याज दरें स्थिर नहीं रहती बल्कि साल में दो बार बदली जाती हैं जुलाई में और दिसंबर महीने में।
आरबीआई के फ्लोटिंग रेट बॉन्ड की ब्याज दरों का पूरा कैलकुलेशन पोस्ट ऑफिस के नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (National Saving Certificate) से किया जाता है |
फ्लोटिंग रेट बॉन्ड की ब्याज दरों को NSC की ब्याज दरों से 0.35% ऊपर की ओर रखा जाता है और इसलिए यह अधिक रिटर्न देता है |
आरबीआई फ्लोटिंग रेट बॉन्ड के खास फीचर्स क्या है?
1. जैसे इस के नाम से ही पता चलता है कि फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स का मतलब है कि इस की ब्याज दरें फिक्स नहीं है बल्कि एक निश्चित समय पर इसकी ब्याज दरों में बदलाव किया जाता है।
2. बात करें निवेश की तो इस सरकारी सेविंग स्कीम में आप न्यूनतम ₹1000 से अपना निवेश चालू कर सकते हैं (Minimum investment) और इसकी कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
वैसे देखा गया है कि अधिकतर जो भी सरकारी स्कीमें हैं उनमें निवेश की अधिकतम सीमा होती है पर floating rate saving bond में अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।
3. बात करें इसके मैच्योरिटी (RBI floating rate bond lock in period) की तो आम निवेशक के लिए इसका लॉक इन का समय 7 साल है पर सीनियर सिटीजन को थोड़ी सी छूट दी गई है जो इस प्रकार है:
अगर आप एक सीनियर सिटीजन है और आपने आरबीआई फ्लोटिंग रेट बांड में निवेश किया है तो आपके लिए 7 साल का लॉक इन पीरियड मान्य नहीं होगा (premature withdrawal of rbi bonds)।
- 60 से 70 साल तक की उम्र के लिए लॉक-इन पीरियड – 6 साल
- 70 से 80 साल तक की उम्र के लिए लॉक-इन पीरियड – 5 साल
- 80 साल से ऊपर वालों के लिए लिए लॉक-इन पीरियड – 4 साल
4. आमतौर पर जो भी bonds होते हैं वह स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड करते हैं और आप उन्हें NSE या फिर BSE से कभी भी खरीद सकते हैं पर RBI Bonds स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड नहीं होते।
5. आमतौर पर आप अपने स्टॉक्स, म्यूच्यूअल फंड्स, बॉन्ड्स, एनएससी, केवीपी इत्यादि को गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं पर यह सुविधा फ्लोटिंग रेट बांड में नहीं है।
6. RBI floating rate bond में निवेश केवल भारतीय नागरिक या फिर हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली (HUF) के मेंबर से कर सकते हैं और NRI इसमें निवेश नहीं कर सकते हैं।
7. ये बॉन्ड्स केवल इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में ही इश्यू किए जाते हैं और इसके लिए आपको कोई फिजिकल बॉन्ड पेपर नहीं दिया जाता है।
8. इन बांड को किसी को ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है केवल नॉमिनी को छोड़ कर के और वह भी अगर मुख्य व्यक्ति की मृत्यु हो जाए तब।
RBI Floating Rate Savings Bonds Interest Rate (2023)
आरबीआई फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स की ब्याज दर है 8.05% (जुलाई 2023) |
जैसा मैंने आपको पहले बताया था कि आरबीआई के इन बॉन्ड्स की ब्याज दरें नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट की ब्याज दरों से 0.35% ज्यादा होती हैं |
इस हिसाब से NSC की हालिया ब्याज दर है 7.7% और उसमें अगर आप 0.35% जोड़ेंगे तो फिर यह आता है 8.05%।
यहां आपको एक बात ध्यान रखनी है कि जो भी ब्याज आपको यहां मिलेगा वह मैच्योरिटी के बाद एक साथ नहीं मिलेगा बल्कि हर 6 महीने पर यानी जनवरी और जुलाई में दे दिया जाएगा।
इन बॉन्ड्स के रजिस्ट्रेशन के समय ही आपने जो सेविंग अकाउंट का डिटेल्स दिया होगा आपका interest उसी अकाउंट में समय-समय पर आता रहेगा।
आरबीआई फ्लोटिंग रेट बांड में टैक्स कितना कटेगा?
ध्यान दें, जो भी ब्याज (interest income) आपको इन फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स से मिलेगा वह आपके टैक्स स्लैब के हिसाब से पूरी तरह से टैक्सेबल होगा।
वैसे भी आपको हर छमाही जो भी ब्याज मिलेगा वह टीडीएस (TDS) काट कर के ही मिलेगा।
RBI Floating Rate Bond Vs Other Government Saving Scheme (Interest Rates)
अब चलिए हम लोग एक तुलना करते हैं और देखते हैं कि भारत सरकार के द्वारा जारी की गई अन्य सेविंग स्कीम की अपेक्षा फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स का इंटरेस्ट रेट कैसा है।
अब आप इस टेबल को देख सकते हैं जिसमें हमने प्रमुख सेविंग स्कीम को स्थान दिया हुआ है जो कि भारत सरकार के द्वारा लांच की गई हैं।
Saving Scheme | Interest rate (%) | Remarks |
फ्लोटिंग रेट बांड / Floating Rate Bonds | 8.05 | |
पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड / Public Provident Fund (PPF) | 7.1 | |
नेशन सेविंग सर्टिफिकेट / National Saving Certificate (NSC) | 7.7 | |
फिक्स्ड डिपाजिट /FD (1-5 Yrs) | 7 – 8.5 | |
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना / Senior Citizen Saving Scheme (SSCS) | 8.2 | वरिष्ठ नागरिकों के लिए |
डाक घर मासिक आय योजना / Post Office Monthly Income Scheme (MIS) | 7.4 | |
सुकन्या समृद्धि योजना / Sukanya Samriddhi Yojana | 8 | बालिकाओं के लिए |
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना / Pradhan Mantri Vaya Vandana Yojana (PMVVY) | 7.4 | वरिष्ठ नागरिकों के लिए |
किसान विकास पत्र / Kisan Vikas Patra (KVP) | 7.5 |
आप देख सकते हैं कि अन्य सरकारी सेविंग स्कीम की अपेक्षा फ्लोटिंग रेट बांड की ब्याज दर है 8.05% जो कि काफी अच्छा है।
इसे मैं काफी अच्छा क्यों बोल रहा हूं क्योंकि आप यहां पर देख सकते हैं कि ऊंची ब्याज दरें केवल सुकन्या समृद्धि स्कीम में है पर वह केवल बालिकाओं के लिए है और उसके बाद अधिक ब्याज दरें केवल वरिष्ठ नागरिकों को ही दी जाती हैं।
अगर आप सोचेंगे कि पीपीएफ में भी तो 7.1% का इंटरेस्ट रेट मिल रहा है पर उसमें लॉक इन पीरियड भी 15 साल का होता है और पीपीएफ में निवेश करने का नजरिया कुछ अलग ही होता है, जैसे रिटायरमेंट।
तो इस हिसाब से कुल मिलाकर देखा जाए तो floating rate saving bonds की ब्याज दरें काफी बढ़िया है और यह एक रेगुलर इनकम भी प्रदान करता है।
आरबीआई फ्लोटिंग बांड को कैसे खरीदें | How to buy RBI Floating Rate Bond?
RBI floating Bonds को आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं किसी लिस्टेड बैंक की वेबसाइट से या फिर अपने डिमैट अकाउंट से।
आजकल अधिकतर बैंक आपको ऑनलाइन सुविधा प्रदान कर रहे हैं और आप सीधे अपने अकाउंट में जा करके उन्हें खरीद सकते हैं।
बात करें प्रमुख बैंकों की तो फिर आप एसबीआई, बैंक ऑफ बरोड़ा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ़ इंडिया, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक, इंडियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, आईडीबीआई और एक्सिस बैंक से आप इन बॉन्ड्स को सीधे-सीधे खरीद सकते हैं।
उदाहरण के लिए आप यह स्क्रीनशॉट देखें जो कि मेरे डीमैट अकाउंट आईसीआईसीआई डायरेक्ट से है |
आप देख सकते हैं यहां पर कि फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड्स वहां पर लिखा हुआ है और हाफ इयरली का ऑप्शन है, समय 84 महीना यानी 7 साल, रेट ऑफ इंटरेस्ट है 7.15% (July 2022), मिनिमम अमाउंट भी दिया हुआ है ₹1000 |
मैंने यहां पर डाला है ₹100000 जो कि आप अपने हिसाब से कुछ भी डाल सकते हैं ।
यहां पर यह दिखाना चाहता हूं कि कैसे डिमैट अकाउंट के माध्यम से भी फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स को खरीद सकता हूं।
RBI Floating Rate Saving Bonds (Advantages & Disadvantages)
फायदे / Advantages | नुकसान / Disadvantages |
कोई डिफ़ॉल्ट जोखिम नहीं (सरकारी गारंटी) | स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग नहीं |
रेगुलर इनकम | ब्याज दरों में बदलाव का खतरा |
बाकी सरकारी स्कीम से अधिक ब्याज दर | कम तरलता (लिक्विडिटी) |
ऑनलाइन खरीद सकते हैं | टैक्स सहित |
डीमैट अकाउंट की आवश्यकता नहीं | गिरवी नहीं रख सकते |
वरिष्ठ नागरिकों के लिए या कम आयकर वर्ग के लिए सर्वश्रेष्ठ | |
बढ़ती ब्याज दरों से मिल सकता है फायदा | |
वरिष्ठ नागरिकों के लिए समयपूर्व निकासी की सुविधा | |
निवेश की अधिकतम सीमा नहीं |
इन सब फायदे और नुकसान को देख कर के आप क्या सोचते हैं फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स में निवेश के बारे में आप अपनी राय हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स में किसे निवेश करना चाहिए?
सबसे पहले तो अपनी बात करूं तो मेरा हाल फिलहाल में निवेश करने का कोई प्लान नहीं है क्योंकि इसका टैक्स रेट मेरे लिए अधिक है।
मेरे हिसाब से जो वरिष्ठ नागरिक हैं या फिर जो कम से कम टैक्स ब्रैकेट में आते हैं उन्हें इसमें निवेश करने का सोचना चाहिए।
पर एक बात जरूर ध्यान रखें की यहां पर बताई गई जो भी बातें हैं वह निवेश की कोई राय नहीं है आप पहले अपना रीसर्च करें फिर अपने गोल को ध्यान रखकर इस स्कीम में निवेश करने का सोचें।
वैसे वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और प्रधानमंत्री वय वंदन योजना काफी अच्छी है जिसे उन्हें पहले चुनना चाहिए उसके बाद में अगर पैसा बचता है तो फिर rbi floating rate bond में निवेश करना चाहिए।
ऐसे लोग जो कि 30% वाले टैक्स ब्रैकेट में आते हैं उनके लिए फ्लोटिंग रेट बॉन्ड्स इतने भी अच्छे नहीं है और उसे बेहतर विकल्प है टैक्स फ्री बॉन्ड्स या फिर डेट फंड में निवेश करना जिसमें कि इंडेक्सेशन का भी फायदा मिलता है।